इंग्लैंड से रन व शतक ज्यादा, औसत बेहतर, फिर भी सीरीज में हम पीछे
क्रिकेट में सीधा हिसाब होता है कि जो टीम ज्यादा रन बनाती है और ज्यादा विकेट लेती है, वही विजेता बनती है। लेकिन भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट की सीरीज में उल्टा गणित दिख रहा है। शुरुआती तीन मैचों में भारत ने इंग्लैंड से करीब तीन सौ रन ज्यादा बनाए हैं। उसके गेंदबाजों ने बराबर विकेट काफी बेहतर औसत और स्ट्राइक रेट से लिए हैं, लेकिन सीरीज में भारत 1-2 से पीछे है। भारतीय बल्लेबाजों के नाम 2295 रन हैं, जबकि इंग्लैंड के बल्लेबाजों के 1945 रन हैं। इस दौरान भारत ने 8 शतक लगाए हैं और उनका कुल औसत 40.98 है। इंग्लैंड ने सिर्फ 5 शतक लगाए हैं और उनका कुल औसत 35.36 है।
गेंदबाजी के आंकड़ों में दोनों टीमें 55 विकेट चटकाने के साथ बराबर हैं। हालांकि, हमारे गेंदबाजों ने हर विकेट के लिए औसतन 36.05 रन खर्च किए हैं, जबकि इंग्लिश गेंदबाजों के लिए यह आंकड़ा 42.60 है। वहीं, भारतीय गेंदबाजों को औसतन हर 56वीं गेंद पर विकेट मिला है, जबकि इंग्लिश गेंदबाजों को करीब 70 गेंदों पर एक सफलता मिली है। भारत के नाम सीरीज में चार फाइव-विकेट हॉल और एक 10-विकेट हॉल है, लेकिन इंग्लैंड के गेंदबाजों को एक भी नहीं।
हालांकि, भले ही आंकड़े टीम इंडिया के पक्ष में एकतरफा झुके हुए दिखते हैं, लेकिन इस सीरीज में कड़ी टक्कर का अंदाजा इस बात से लग जाता है कि सभी तीन मैचों का नतीजा पांचवें दिन के अंतिम सेशन में निकला है। आंकड़ों में एक अहम अंतर पैदा हुआ दूसरे टेस्ट के नतीजे से, जहां भारत ने 336 रन से विशाल जीत दर्ज की, लेकिन अन्य दो मैचों में उसे अहम मौकों पर चूकने की वजह से करीबी हार झेलनी पड़ी।
भारत की दौरे पर सबसे बड़ी कमजोरी खराब फील्डिंग रही है। उसने सिर्फ 60.90% कैच पकड़े हैं, जबकि इंग्लैंड की कैचिंग एफिशिएंसी 78.30% है। दोनों टीमों को मिले 46 कैचिंग मौकों में भारत ने सिर्फ 28 पकड़े और 18 गंवाए हैं। वहीं, इंग्लैंड ने 36 कैच पकड़े और 10 छोड़े हैं। लीड्स में पहले टेस्ट की पहली पारी में तो भारत ने पिछले पांच साल ब में सर्वाधिक 5 कैच छोड़े और 471 रन बनाने के बाद इंग्लैंड को 465 रन तक पहुंचने दिया।
बाई के रन इंग्लैंड से 3 गुना खर्चे
सीरीज में भारत ने 150 अतिरिक्त रन खर्चे हैं, जबकि इंग्लैंड ने 111 रन । भारत ने इंग्लैंड के कुल रनों के 7.1% रन अतिरिक्त में बनने दिए हैं, जबकि भारत के 4.6% रन अतिरिक्त से बने हैं। लेकिन बाई के रन (गेंद बल्ले से लगे बिना रन) भारत ने तीन गुना से भी ज्यादा खर्चे। इंग्लैंड ने बाई के 18 रन खचें, जबकि भारत ने 60। लॉर्ड्स में भारत ने बाई के कुल 36 रन खर्चे, जबकि इंग्लैंड ने सिर्फ तीन