IND vs ENG: कप्तानी के बोझ ने शुभमन गिल को थका दिया! चौथे टेस्ट से पहले बोले- खिलाड़ी के रूप में कुछ होने का इंतजार…
IND vs ENG: कप्तानी के बोझ ने शुभमन गिल को थका दिया! चौथे टेस्ट से पहले बोले- खिलाड़ी के रूप में कुछ होने का इंतजार…
IND vs ENG: इंग्लैंड दौरे पर शुभमन गिल की पहली टेस्ट कप्तानी किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं रही है. भारत 5 मैचों की सीरीज में 1-2 से पीछे है, लेकिन गिल की रणनीति और जज्बे ने सबको प्रभावित किया है. हालांकि, चौथे टेस्ट से पहले गिल ने माना कि कप्तानी मानसिक रूप से काफी थकाऊ होती है.
IND vs ENG: भारतीय टेस्ट टीम के युवा कप्तान शुभमन गिल (Shubman Gill) के लिए इंग्लैंड दौरे की यह पहली कप्तानी किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं रही है. पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में अब तक तीन मुकाबले खेले जा चुके हैं और सभी मैच बेहद कांटे के रहे, जिनका फैसला अंतिम दिन तक गया. भारत फिलहाल 1-2 से पीछे चल रहा है, लेकिन जिस जज्बे और रणनीतिक सोच के साथ टीम ने खेला है, वह गिल की परिपक्व नेतृत्व शैली को दर्शाता है. हालांकि चौथे टेस्ट मैच से पहले कप्तान गिल ने स्वीकार किया कि नेतृत्व करना मानसिक रूप से थका देता है.
तीसरे टेस्ट के बाद मीडिया से बात करते हुए गिल ने स्वीकार किया कि कप्तानी का यह सफर उनके लिए शारीरिक से अधिक मानसिक रूप से चुनौतीपूर्ण रहा है. उन्होंने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो शारीरिक रूप से यह कम थकाऊ रहा है, मानसिक रूप से ज्यादा थकाऊ है. जब आप एक खिलाड़ी के रूप में वहां होते हैं तो आप बस मुकाबले के बारे में ही सोच रहे होते हैं. आप कुछ होने का इंतजार कर रहे होते हैं, गेंद आपके पास आने का इंतजार कर रहे होते हैं. जब आप कप्तान होते हैं तो आपको और अधिक सोचना पड़ता है. आप दूसरे के बारे में भी सोचते हैं. इसलिए आप मानसिक रूप से खेल से अधिक जुड़े होते हैं.”
एक कप्तान के तौर पर आपको पूरी टीम के हर खिलाड़ी की स्थिति और रणनीति पर भी सोचते रहना पड़ता है. गिल ने कहा कि बतौर कप्तान उन्हें खेल के हर पल में अधिक गहराई से शामिल रहना पड़ता है. किस गेंदबाज को लाना है, किस फील्डिंग पोजिशन पर बदलाव करना है, बल्लेबाजों की मानसिकता को पढ़ना. यह सब दिमाग पर असर डालता है और थकावट लाता है. रोहित शर्मा के संन्यास के बाद गिल को टीम इंडिया की जिम्मेदारी सौंपी गई है. हालांकि उन्होंने इसे अब तक बखूबी निभाया है.
अब तक का सीरीज सफर: भारत बनाम इंग्लैंड
इस सीरीज की शुरुआत लीड्स टेस्ट से हुई थी, जहां इंग्लैंड ने पांचवें दिन 5 विकेट से चौंकाने वाली जीत दर्ज की. वहीं भारत ने दूसरे टेस्ट में वापसी करते हुए बर्मिंघम में 336 रन से जीत हासिल की, जिसमें गिल ने खुद पहली पारी में दोहरा शतक और दूसरी पारी में शतक लगाकर कप्तानी में योगदान दिया. हालांकि तीसरे टेस्ट में लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर भारत को 22 रन से हार का सामना करना पड़ा और यह मैच मैदान पर दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच तनाव और तीखी नोकझोंक के लिए भी चर्चा में रहा.
गिल ने लॉर्ड्स टेस्ट को लेकर कहा, “इस मैच में जिस तरह का तनाव देखने को मिला, उसने इस सीरीज की प्रतिद्वंद्विता को नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है.” हालांकि भारत अब 1-2 से पीछे है, लेकिन गिल को उम्मीद है कि अगली दो टेस्ट में किस्मत और हालात दोनों उनके पक्ष में होंगे. उन्होंने कहा, “मैं इस जिम्मेदारी का पूरा आनंद ले रहा हूं. यह सीखने और खुद को परखने का बेहतरीन मौका है. हमें अगले दोनों मैच जीतने हैं और मैं इसके लिए पूरी तरह तैयार हूं.”
अब सीरीज का चौथा टेस्ट मैनचेस्टर में बुधवार, 23 जुलाई से खेला जाएगा, जहां टीम इंडिया को सीरीज में बराबरी हासिल करने का मौका मिलेगा. इस मैच में एकबार फिर कप्तान गिल की रणनीति और टीम की सामूहिक ताकत पर सबकी निगाहें होंगी.